📖 नब क कथए
सजर क कहनय सजर दवर परकशत सरवततम कहनय क सगरह ह। उददशय एक पठ म इकटठ करन ह ज जवन वशलषण और सकरतमक परतसथपन क लए आवशयक सहयत ह, यह तक क हतहत क असफलतओ क समन भ। यह सगरह पररणदयक ह और आप अदवतय कमत क लए ख नह सकत ह।
О книге
автор, издательство, серия- Издательство
- Tektime S.r.l.s.
- ISBN
- 9788873047797